आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने लोकसभा में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़ी मांग रखते हुए कहा कि ‘वीर बाल दिवस’ का नाम बदलकर ‘साहिबजादे शहीदी दिवस’ रखा जाए, ताकि सिख भावनाओं और धार्मिक परंपराओं का सम्मान हो सके। इससे पहले भी कंग इस मुद्दे पर सरकार को पत्र लिख चुके हैं।
कंग ने सदन में कहा कि 15 दिसंबर से शुरू होने वाला लगभग दस दिनों का समय सिख इतिहास के सबसे दर्दनाक और पवित्र अध्यायों में से एक को दर्शाता है। इसी दौरान गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों साहिबजादों और माता गुजरी जी ने धर्म और सत्य की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी थी।
उन्होंने भारत सरकार द्वारा 2022 में दो छोटे साहिबजादों—बाबा जोरावर सिंह जी (9) और बाबा फतेह सिंह जी (7)—की शहादत की याद में ‘वीर बाल दिवस’ घोषित करने के फैसले की सराहना भी की।
लेकिन कंग ने कहा कि ‘वीर बाल’ शब्दावली सिख परंपराओं के अनुरूप नहीं है, क्योंकि साहिबजादों को ‘बाल’ नहीं, बल्कि ‘बाबा’ के रूप में पूजा जाता है। वे साहस, कुर्बानी और आध्यात्मिक शक्ति के प्रतीक हैं।
कंग ने प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा कि दिवस का नाम बदलकर ‘साहिबजादे शहीदी दिवस’ रखा जाए, जिससे दुनिया को सही आध्यात्मिक संदेश मिल सके और साहिबजादों की अमर शहादत को उचित सम्मान मिल सके। उन्होंने कहा कि यह कदम सिख समुदाय की भावनाओं को सम्मान देने वाला होगा और इतिहास के अनुरूप भी।








