पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को प्रसिद्ध लेखक मुनीश जिंदल द्वारा लिखित लोकप्रिय पुस्तक ‘साडा पंजाब’ के पंजाबी संस्करण का विमोचन मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय, धूरी में किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लेखक को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पुस्तक पंजाब के इतिहास, संस्कृति और सभ्यता की सजीव झलक प्रस्तुत करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘साडा पंजाब’ केवल एक किताब नहीं बल्कि पंजाब की मिट्टी, मातृभाषा और पंजाबियत की आत्मा को समर्पित एक दस्तावेज़ है, जो आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य करेगी।
📘 पुस्तक में समाहित है पंजाब का संपूर्ण इतिहास
इस पुस्तक में पंजाब का भूगोल, प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास विस्तार से दर्ज किया गया है। इसमें सिख इतिहास, सामाजिक और धार्मिक सुधार आंदोलनों और राज्य निर्माण की प्रक्रिया को बेहद रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
पुस्तक में शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की बलिदानी गाथा पर एक विस्तृत अध्याय शामिल है, जो युवाओं को प्रेरित करता है।
लेखक मुनीश जिंदल के अनुसार, इस किताब का उद्देश्य समाज में पंजाब और पंजाबियत के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि पिछले 13 वर्षों से अंग्रेज़ी संस्करण प्रकाशित हो रहा है और इसे लाखों पाठकों का प्यार मिला है। अब इसके पंजाबी संस्करण से हर पंजाबी को अपनी मिट्टी से और गहरा जुड़ाव महसूस होगा।
🎓 प्रतियोगी परीक्षाओं के छात्रों के लिए उपयोगी
‘साडा पंजाब’ सिर्फ इतिहास प्रेमियों के लिए ही नहीं बल्कि सिविल सेवाओं और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए भी एक मूल्यवान संदर्भ पुस्तक सिद्ध होगी।
🙏 मुख्यमंत्री के हाथों विमोचन—एक गर्व का क्षण
इस अवसर पर लेखक ने कहा,
“यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि पंजाब की आत्मा को समर्पित यह पुस्तक हमारे मुख्यमंत्री के हाथों जारी हुई। यह पंजाब के लिए गर्व का क्षण है।”
कार्यक्रम में पंजाब राज्य खाद्य आयोग के सदस्य जसवीर सिंह सेखों और पंजाब लघु उद्योग एवं निर्यात निगम के चेयरमैन दलवीर सिंह ढिल्लों ने भी लेखक को शुभकामनाएं दीं और इस पहल की सराहना की।








