आम आदमी पार्टी (आप) ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कड़ा पलटवार किया है। पार्टी नेता तलबीर सिंह गिल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि बादल बिना तथ्यों के बयानबाज़ी कर जनता को भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बादल और विधायक गनीव कौर को खुली चुनौती देते हुए मांग की कि मजीठा में कथित तौर पर हुई किसी भी धक्केशाही का ठोस सबूत पेश किया जाए।
तलबीर सिंह गिल ने स्पष्ट किया कि मजीठा हलके में अकाली दल के किसी उम्मीदवार—चाहे ज़िला परिषद हो या ब्लॉक समिति—का नामांकन रद्द नहीं हुआ है। सभी उम्मीदवारों ने शांतिपूर्वक पर्चे दाखिल किए हैं। इसके विपरीत, गिल ने दावा किया कि अकाली दल को मजीठा में उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे, जिसके चलते कई सर्कल में पार्टी मजबूरी में अपने ही संस्थानों के मुलाज़िम मैदान में उतार रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि धड्डे ज़ोन में अकाली दल को कोई स्थानीय उम्मीदवार नहीं मिला, इसलिए एसजीपीसी कर्मचारी स्वरूप सिंह को चुनाव लड़ाया जा रहा है। इसी तरह, पोमा ज़ोन में भी एक अन्य एसजीपीसी कर्मचारी को कथित तौर पर नौकरी से निकालने की धमकी देकर पर्चा दाखिल करवाया गया है। गिल ने कहा कि यह कर्मचारी स्वयं उनसे संपर्क में है और उसने बताया है कि वह भारी दबाव में चुनाव लड़ रहा है और कागज़ केवल औपचारिकता के तौर पर भरे गए हैं।
गिल ने कहा कि अकाली दल की लगातार कमजोर हो रही स्थिति को बचाने के लिए ही सुखबीर बादल को मजीठा में आना पड़ा, लेकिन जनता का रुझान साफ दिखा रहा है कि 14 दिसंबर को वे झूठ और धक्केशाही की राजनीति को पूरी तरह नकार देंगे।
सुखबीर बादल के इस दावे पर कि वह आज भी स्कूटर पर घूमते हैं, गिल ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि 2007 से 2017 तक सत्ता में रहते हुए अकाली दल ने पंजाब को लूटा, जिसका परिणाम है कि आज उनके पास फार्महाउस, सुख विलास, चंडीगढ़ में कई लिफ्टों वाली कोठियाँ और गुरुग्राम में बड़ा होटल है। ऐसे में स्कूटर की कहानी सुनाकर वे जनता को गुमराह नहीं कर सकते। गिल ने दावा किया कि आने वाले चुनाव में मजीठा की जनता सच्चाई के साथ खड़ी होगी और अकाली दल को स्पष्ट संदेश देगी।








