आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और फगवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के इंचार्ज हरनूर सिंह (हरजी) मान ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस की मानसिकता क्षेत्रीय भाषाओं के प्रति दुर्भावना से भरी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार देश की एकता और सांस्कृतिक विविधता को खत्म कर, हिंदी थोपने की कोशिश कर रही है।
हरजी मान ने केंद्र पर आधार कार्ड से पंजाबी भाषा हटाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पंजाबियों की मातृभाषा का अपमान है। उन्होंने बताया कि पहले आधार कार्ड अंग्रेज़ी के साथ-साथ पंजाबी भाषा में भी जारी किए जाते थे, लेकिन अब नए और संशोधित आधार कार्ड में पंजाबी भाषा को जानबूझकर हटा दिया गया है।
📢 हरजी मान के प्रमुख आरोप:
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यूआईडीएआई केंद्र सरकार के अधीन है, और उसकी अनुमति के बिना पंजाबी भाषा हटाई नहीं जा सकती।
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‘एक भारत, एक चुनाव, एक भाषा’ का विचार संविधान की मूल भावना और क्षेत्रीय विविधता के खिलाफ है।
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भाजपा और आरएसएस का एजेंडा देश में एकरूपता थोपने और भाषाई पहचान को मिटाने का है।
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तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी हिंदी थोपने के खिलाफ आंदोलन हो रहे हैं।
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पंजाबी सूबे की ऐतिहासिक लड़ाई को भाजपा-आरएसएस ने हमेशा कमजोर करने की कोशिश की है।
🔥 भावुक अपील और चेतावनी:
हरजी मान ने चेताया कि यदि केंद्र सरकार आधार कार्ड पर पंजाबी भाषा को बहाल नहीं करती, तो “आम आदमी पार्टी” एक बड़ा जन आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि आप सरकार ने हमेशा पंजाबी को बढ़ावा दिया है, और अब इस “भाषा-संघर्ष” में भी पीछे नहीं हटेगी।








