अमृतसर: अमृतसर में उस समय हालात बिगड़ गए जब पुलिस के दिवंगत अधिकारी सुबा सिंह के भोग समारोह के दौरान निहंग जत्थेबंदियों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई। शुक्रवार को आयोजित इस समारोह में बड़ी संख्या में संगत और पुलिसकर्मी मौजूद थे, लेकिन माहौल अचानक तनावपूर्ण तब हो गया जब दमदमी टकसाल के नेता भाई रणजीत सिंह, सिख स्टूडेंट फेडरेशन (भिंडरावाले) और कई निहंग जत्थेबंदियां कार्यक्रम स्थल पर पहुंचीं और विरोध शुरू कर दिया।
“सुबा सिंह मुर्दाबाद” और “संदीप सन्नी जिंदाबाद” के नारे
निहंग जत्थेबंदियों ने पहुंचते ही नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि सुबा सिंह जैसे पुलिस अधिकारी अतीत में सिख नौजवानों के कत्लेआम में शामिल रहे हैं और हजारों परिवारों को दर्द दिया है। उनका कहना था कि इतिहास ऐसे पुलिस अधिकारियों को कभी माफ नहीं करेगा।
धक्का-मुक्की और तनावपूर्ण हालात
नारेबाजी के बीच माहौल इतना बिगड़ा कि पुलिस और निहंगों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने अतिरिक्त बल मौके पर बुलाया और कई लोगों को हिरासत में लिया। कार्यक्रम स्थल पर कड़ी सुरक्षा तैनात कर दी गई है।
विवाद की पृष्ठभूमि
यह विवाद उस घटना से जुड़ा है जब करीब 16 दिन पहले जेल में बंद आरोपी संदीप सन्नी ने पुलिस के तीन पूर्व कर्मचारियों पर हमला किया था। इस हमले में तीनों गंभीर रूप से घायल हुए थे और बाद में इलाज के दौरान सुबा सिंह की मौत हो गई थी। उनके भोग समारोह के दौरान ही यह टकराव हुआ।