फ्लोरिडा टर्नपाइक हाईवे पर 12 अगस्त 2025 को हुए हादसे में पंजाब के 25 वर्षीय ट्रक ड्राइवर हरजिंदर सिंह के अवैध यू-टर्न लेने से मिनीवैन टकरा गई। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। जांच में सामने आया कि हरजिंदर 2018 में अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल हुआ था और कैलिफोर्निया से कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस हासिल किया था, जबकि वह अंग्रेजी भाषा और ट्रैफिक साइन टैस्ट में फेल पाया गया था।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बयान जारी करते हुए कहा कि विदेशी ड्राइवर सड़क सुरक्षा और स्थानीय रोजगार दोनों के लिए खतरा बन रहे हैं। उन्होंने कमर्शियल ट्रक ड्राइवरों के वर्क वीजा पर रोक और मौजूदा वीजा धारकों की सघन जांच के आदेश दिए।
यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की उस नीति को और कड़ा करता है, जिसके तहत अप्रैल 2025 में ट्रक ड्राइवरों के लिए अंग्रेजी भाषा टेस्ट अनिवार्य किया गया था।
भारतीय ड्राइवरों पर असर
अमेरिका में अनुमानित 1.5 लाख पंजाबी/सिख ड्राइवर ट्रकिंग इंडस्ट्री का लगभग 90% हिस्सा संभालते हैं। ऐसे में वीजा रोक नए आवेदकों को प्रभावित करेगी और पहले से कार्यरत ड्राइवरों के वीजा नवीनीकरण पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
अमेरिका पहले से ही करीब 60,000 ट्रक ड्राइवरों की कमी झेल रहा है। इस रोक से माल ढुलाई महंगी और धीमी होने का खतरा है, जिससे महंगाई भी बढ़ सकती है। वहीं, भारतीय ड्राइवरों के खिलाफ बढ़ती नाराजगी ने सामाजिक तनाव को भी जन्म दिया है।
हरजिंदर सिंह का मामला
हरजिंदर सिंह को कैलिफोर्निया में गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर तीन वाहन हत्या के आरोप लगे हैं और उन्हें डिपोर्टेशन का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने भारत लौटने से इनकार करते हुए उत्पीड़न का डर जताया है। यह मामला अमेरिका में अवैध प्रवास और खालिस्तान समर्थक गतिविधियों से जुड़े विवादों को भी हवा दे रहा है।