जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शुक्रवार देर रात नौगाम पुलिस स्टेशन के पास हुए भयावह धमाके ने पूरे इलाके को दहला दिया। देर रात करीब 11 बजकर 22 मिनट पर हुए इस भीषण विस्फोट में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। धमाका इतना जबरदस्त था कि शवों के टुकड़े 300 फीट तक बिखरे मिले और मौके पर अफरातफरी मच गई।
भीषण विस्फोट से मची तबाही
धमाके की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस स्टेशन का एक हिस्सा ढह गया। पास खड़े कई वाहन पूरी तरह जलकर राख हो गए। आसपास के घरों और दुकानों की खिड़कियां टूट गईं और चिंगारियां दूर-दूर तक फैलने से कई जगहों पर आग लग गई। धमाके के तुरंत बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड ने राहत कार्य शुरू किया और घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं।
अमोनियम नाइट्रेट के ज़खीरे में हुआ विस्फोट
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विस्फोट उसी थाने में हुआ, जहां फरीदाबाद से बरामद 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट को सुरक्षित रखा गया था। यह विस्फोटक दिल्ली कार धमाके से जुड़े आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल गनई के मॉड्यूल से जब्त किया गया था। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जब इसे सील किया जा रहा था, उसी दौरान अचानक विस्फोट हो गया।
संदेह है कि थाना परिसर में खड़ी जब्त की गई एक कार में IED लगा था, जिसकी डेटोनेशन से अमोनियम नाइट्रेट का बड़ा ज़खीरा फट पड़ा।
आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े शैडो ग्रुप PAFF (पीपल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट) ने ली है। सुरक्षा एजेंसियां इसे एक संगठित आतंकी हमले के रूप में देख रही हैं। FSL टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं, जबकि धमाके के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।








