पंजाब की रहने वाली हरजीत कौर, जो पिछले 33 सालों से अमेरिका में रह रही थीं, को अमेरिका की ICE (Immigration and Customs Enforcement) एजेंसी ने डिपोर्ट कर दिया है। यह कार्रवाई ICE की रूटीन चेकिंग के दौरान हुई, जब हरजीत कौर को हिरासत में लिया गया था।
हरजीत कौर के डिपोर्टेशन को लेकर बीते दिनों अमेरिका में कई जगहों पर प्रदर्शन भी हुए थे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हरजीत कौर का कोई अपराध रिकॉर्ड नहीं है और वह लंबे समय से अमेरिकी नियमों का पालन कर रही थीं।
परिवार का आरोप है कि हिरासत के दौरान हरजीत कौर को ज़रूरी दवाइयाँ तक नहीं मिल रहीं थीं। दरअसल, वह थायरॉइड, माइग्रेन और घुटनों की समस्या से पीड़ित हैं। बावजूद इसके, ट्रंप सरकार ने उन्हें भारत वापस भेजने का आदेश दिया।
अमेरिका में उन्हें लोग प्यार से ‘पंजाबी दादी’ के नाम से जानते थे। समुदाय का मानना है कि ICE को अपराधियों पर कार्रवाई करनी चाहिए थी, न कि एक बुजुर्ग महिला पर, जिसने कभी कोई गैरकानूनी काम नहीं किया। हरजीत कौर के डिपोर्टेशन से भारतीय और खासकर पंजाबी समुदाय में गहरी नाराज़गी है।