पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रदेश में चल रही धान की खरीद प्रक्रिया की समीक्षा की और किसानों को धान की निर्बाध और सुचारू खरीद का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में किसानों को फसल बेचने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई और इस साल भी राज्य सरकार समयबद्ध और व्यवस्थित खरीद का इतिहास दोहराएगी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि धान की खरीद 15 सितंबर से शुरू हो चुकी है और 175 लाख मीट्रिक टन झोने की खरीद के लिए पहले ही व्यापक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा:
“पंजाब के किसानों की मेहनत से उगाई गई फसल का दाना-दाना खरीदा जाएगा। यदि किसी किसान को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़े, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी खरीद एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे खरीद सत्र 2025-26 के लिए पूरी तरह तैयार रहें। पंजाब मंडी बोर्ड ने इस सत्र में 1822 नियमित खरीद केंद्र अधिसूचित किए हैं, जो खाद्य, सिविल सप्लाई और उपभोक्ता मामले विभाग को आवंटित किए गए हैं।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी फसल पूरा सुखाकर मंडियों में लाएं, ताकि बिक्री में किसी भी प्रकार की देरी न हो।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से संपूर्ण खरीद प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने फसल खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारू बनाने के लिए कई पहल की हैं और हर स्तर पर ठोस प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश की मंडियों में तेज़ और निर्बाध खरीद तथा खरीदे गए धान का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया किसानों को किसी भी परेशानी दिए बिना पूरी की जाएगी।








