अमेरिका के दबाव के आगे नहीं झुके पीएम मोदी, डेयरी किसानों और संस्कृति की रक्षा में लिया बड़ा फैसला

by | Aug 9, 2025 | National

Aug 9, 2025 | National

Feature Image
ताज़ा खबरों के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के साथ चल रही व्यापार वार्ता में भारतीय किसानों, डेयरी उत्पादकों और सांस्कृतिक मूल्यों के हितों की रक्षा के लिए कड़ा रुख अपनाया है। इस संबंधी पत्रकारों को संबोधन करते हुए भाज़पा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विज़य सांपला ने कहा कि पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि अमेरिकी दबाव में टैरिफ घटाने या स्वास्थ्य मानकों में ढील देने का सवाल ही नहीं उठता।

तीन मुख्य कारण जिन पर पीएम मोदी का निर्णय आधारित

1️ 8 करोड़ से अधिक डेयरी किसानों की आजीविका की रक्षा
अमेरिकी दूध और डेयरी उत्पादों पर टैरिफ कम करने से सब्सिडी युक्त विदेशी दूध भारतीय बाजार में आ जाएगा। इससे दूध के दाम गिरेंगे और छोटे व सीमांत डेयरी किसान, जिनकी 80% आय दूध पर निर्भर है, बुरी तरह प्रभावित होंगे। अमूल, नंदिनी और वेरका जैसी सहकारी डेयरियों पर भी अस्तित्व का संकट खड़ा हो जाएगा।

2️ खाद्य संप्रभुता और उद्योगों की सुरक्षा
विदेशी आयात पर निर्भरता से भारत की खाद्य आत्मनिर्भरता कमजोर होगी। स्थानीय दूध आपूर्ति श्रृंखला बाधित होगी, जिससे मिठाई, पनीर और प्रोसेसिंग उद्योग प्रभावित होंगे। यह “मेक इन इंडिया” डेयरी सेक्टर के विकास में रुकावट डालेगा।

3️ धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा
अमेरिकी हार्मोन युक्त दूध या मांसाहारी आहार से पले पशुओं के दूध का आयात हिंदू आस्था और ‘गौ माता’ की पवित्रता के विपरीत है। पीएम मोदी ने साफ कहा कि यह केवल आर्थिक मुद्दा नहीं, बल्कि सांस्कृतिक संप्रभुता से जुड़ा मामला है।

क्यों अहम है यह फैसला

  • अंतरराष्ट्रीय दबावों के आगे झुकने के बजाय भारत ने अपनी नीतियों, मानकों और मूल्यों पर अडिग रहकर स्वायत्तता कायम रखी।
  • किसानों को प्राथमिकता देते हुए विदेशी कॉर्पोरेट हितों पर अंकुश लगाया गया।
  • भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं की रक्षा को आर्थिक नीति का हिस्सा बनाया गया।

निष्कर्ष

पीएम मोदी का यह साहसिक निर्णय छोटे किसानों, डेयरी सहकारी समितियों और भारतीय सांस्कृतिक विरासत को असमान व्यापार समझौतों की बलि चढ़ने से बचाएगा। यह स्वदेशी हितों, सांस्कृतिक गौरव और आर्थिक न्याय की जीत है।

 

Hanesh Mehta

Chief Editor

Most Popular
पक्खोवाल रोड पर शादी में गोलियों की तड़तड़ाहट, दो गैंग आमने-सामने

पक्खोवाल रोड पर शादी में गोलियों की तड़तड़ाहट, दो गैंग आमने-सामने

लुधियाना, पक्खोवाल रोड देर रात बाथ कैसल पैलेस में चल रहे एक भव्य शादी समारोह में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो कुख्यात गैंग — अंकुर ग्रुप और शुभम मोटा ग्रुप — का आमना-सामना हो गया। देखते ही देखते दोनों तरफ से अंधाधुंध फायरिंग शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार...

पक्खोवाल रोड पर शादी में गोलियों की तड़तड़ाहट, दो गैंग आमने-सामने

जालंधर में 13 वर्षीय बच्ची की हत्या मामला: लापरवाह ASI मंगत राम डिसमिस

जालंधर में 13 साल की बच्ची की हत्या के संवेदनशील मामले में पुलिस विभाग ने बड़ा कदम उठाते हुए लापरवाही के आरोप में ASI मंगत राम को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। हालांकि विभाग की ओर से अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक कार्रवाई को अंजाम दे दिया...

दलजीत राजू फायरिंग केस: AAP नेता के घर पर ताबड़तोड़ गोलियां, 5 करोड़ की फिरौती पर्ची से हड़कंप

दलजीत राजू फायरिंग केस: AAP नेता के घर पर ताबड़तोड़ गोलियां, 5 करोड़ की फिरौती पर्ची से हड़कंप

पंजाब में गैंगस्टर एक्टिविटी एक बार फिर चर्चाओं में है। ख़बर पंजाब के फगवाड़ा के गांव दरवेश पिंड से है जहां पर  आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और युद्ध नशा विरुद्ध मुहिम के कोऑर्डिनेटर दलजीत राजू दरवेश के घर पर देर रात दो बाइक सवार हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर...

श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के राज्य स्तरीय समागम में शामिल हुए भगवंत मान व अरविंद केजरीवाल

श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के राज्य स्तरीय समागम में शामिल हुए भगवंत मान व अरविंद केजरीवाल

श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित क्रमवार राज्य स्तरीय आयोजनों के समापन अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित भव्य समागम में शिरकत की। इस ऐतिहासिक अवसर...

पंजाब में किसान आंदोलन फिर तेज़, 27 नवंबर को जालंधर NH जाम, 5 दिसंबर को ‘रेल रोको’ का ऐलान

पंजाब में किसान आंदोलन फिर तेज़, 27 नवंबर को जालंधर NH जाम, 5 दिसंबर को ‘रेल रोको’ का ऐलान

पंजाब में किसान संगठनों ने सरकार को कड़ा संदेश देते हुए एक बार फिर बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। शंभु और खन्नौरी बॉर्डर के किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर तुरंत सुनवाई नहीं की, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा। किसानों ने घोषणा...

Get In Touch
close slider

Get In Touch