भारतीय किसान यूनियन (एकता सिद्धूपुर) के वरिष्ठ नेता रेशम सिंह यात्री ने कहा कि गैर राजनीतिक संयुक्त किसान मोर्चा की अधूरी मांगों को लेकर यह महापंचायत बुलाई गई है। इनमें एमएसपी गारंटी कानून लागू करना, डॉ. स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करना, किसानों का कर्ज माफ करना, आंदोलन के दौरान किसानों और नेताओं पर दर्ज केस रद्द करना और लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा दिलाना प्रमुख मांगें हैं।
उन्होंने कहा कि 2020 के दिल्ली किसान आंदोलन में तीन कृषि कानून रद्द करवाने के साथ अन्य मांगों को भी केंद्र सरकार ने मान लिया था, लेकिन अब तक उन्हें लागू नहीं किया गया। यही कारण है कि एक बार फिर किसान बड़ी संख्या में दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
बताया गया कि 24 अगस्त को किसान अपने काफिलों के साथ दिल्ली के लिए रवाना होंगे और 25 अगस्त को जंतर-मंतर पर महापंचायत आयोजित होगी। इस दौरान पूरे भारत से किसान नेता और कार्यकर्ता शामिल होकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे।