जालंधर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जुआ लूटकांड में वांटेड आरोपी ने खुलेआम दशहरा कार्यक्रम आयोजित कर DSP को स्टेज पर सम्मानित कर दिया, और हैरानी की बात यह रही कि पुलिस के मौजूद जवान उसे गिरफ्तार करने के बजाय तालियां बजाते रहे।
आरोपी ने खुद करवाया दशहरा कार्यक्रम, नेताओं व पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में किया सम्मान समारोह
यह मामला जालंधर के आदमपुर क्षेत्र का है, जहां दविंदर उर्फ डीसी नामक वांटेड आरोपी ने न केवल दशहरा उत्सव करवाया बल्कि DSP समेत कई पुलिस अधिकारियों को सम्मानित भी किया। इस कार्यक्रम में AAP नेता पवन कुमार टीनू, स्थानीय लोग और अन्य अफसर भी मौजूद थे।
15 लाख की जुआ लूट के मामले में फरार है दविंदर उर्फ डीसी
गौरतलब है कि 27 सितंबर की रात जालंधर की काजी मंडी से सटी दौलतपुरी में लगभग 15 लाख रुपये की जुआ लूट हुई थी। इस वारदात में हरगोबिंद नगर के चिंटू और आदमपुर निवासी दविंदर उर्फ डीसी का नाम सामने आया था। पुलिस तब से उसकी तलाश कर रही है, लेकिन वह खुलेआम कार्यक्रम आयोजित कर पुलिस को चुनौती देता नजर आया।
DSP का बयान — “हमें पता ही नहीं था कि वह आरोपी है”
इस घटना पर सम्मानित हुए DSP ने सफाई देते हुए कहा, “मुझे यह जानकारी नहीं थी कि वह किसी केस में वांटेड है।” हालांकि, इस बयान के बाद पुलिस की सतर्कता और सिस्टम पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।