शहर में जय श्रीराम बोलने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब शांत हो गया है, हालांकि इस गरमाये हुए मुद्दे को आम आदमी पार्टी के नेताओं ने शांत करवा दिया है जिसमें भाजपा नेताओं की शमूलियत भी नही देखी गई।
दरअसल, दो दिन पहले योगेश मैनी नामक व्यक्ति ने मुस्लिम समुदाय के निकट जाकर “जय श्रीराम” कहा था। इसके बाद मामला गर्मा गया और तनाव बढ़ने पर पुलिस तक को बीच में आना पड़ा।
इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने सड़कों पर उतरकर जोरदार धरना प्रदर्शन और रोड जाम किया। नेताओं ने आरोप लगाया कि पंजाब में “जय श्रीराम” बोलना अब अपराध माना जा रहा है। उन्होंने आप पार्षद पति आयूब खान को निशाने पर लेते हुए नारेबाज़ी की और कार्रवाई की मांग उठाई।
भारी हंगामे और प्रदर्शन के बाद पार्टी नेताओं ने पुलिस को शिकायत भी सौंपी। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि दो दिन बाद जब यह मामला निपटाया गया तो भाजपा नेताओं को इस समझौते से पूरा तौर पर अलग रखा गया।
जानकारी के अनुसार, नितिन कोहली, कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत, चंदन ग्रेवाल और मेयर विनीत धीर ने आपसी बातचीत से इस मामले में समझौता करवा दिया।
हालांकि, इस दौरान किसी भी भाजपा नेता को न्यौता तक नहीं दिया गया।