इथियोपिया में हायली गुब्बी ज्वालामुखी (Hayli Gubbi Volcano) के अचानक हुए विस्फोट का प्रभाव अब भारत तक पहुंचने लगा है। 12 हज़ार वर्षों से शांत यह ज्वालामुखी 23 नवंबर 2025 को फट पड़ा, जिससे भारी मात्रा में राख और सल्फर डाइऑक्साइड का गुबार वायुमंडल में फैल गया। वैज्ञानिकों के अनुसार यह राख का बादल हवा के रुख के कारण भारत, यमन और ओमान तक पहुंच रहा है, जिससे हवाई यात्रा और वायु गुणवत्ता पर असर दिखने लगा है।
दिल्ली-एनसीआर में कल रात से ही राख मिश्रित जहरीली हवा दर्ज की गई, जिसके चलते कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इसका सबसे अधिक असर पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली और हरियाणा में देखा जा सकता है।
DGCA ने एयरलाइंस को एडवाइजरी जारी करते हुए राख वाले क्षेत्रों से दूर उड़ान भरने, रूट बदलने और इंजनों की विशेष जांच करने के निर्देश दिए हैं। वहीं IMD का कहना है कि राख का गुबार राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में पहुंच चुका है, जबकि आज रात तक इसका असर पंजाब और हिमाचल तक पड़ सकता है।
हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि राख का गुबार ऊंचाई पर है, इसलिए जनजीवन पर बड़ा खतरा नहीं होगा। अनुमान है कि यह बादल रात तक भारत से बाहर निकलकर चीन की तरफ बढ़ जाएगा।








