चंडीगढ़। पंजाब की सियासत में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। बीजेपी और शिअद दोनों दलों में रह चुके पूर्व मंत्री अनिल जोशी जल्द कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, जोशी की हाल ही में दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात हुई है, जिसके बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
यदि अनिल जोशी कांग्रेस में आते हैं, तो अमृतसर क्षेत्र में पार्टी की पकड़ मजबूत होने की पूरी संभावना है, क्योंकि जोशी को वहां का एक दमदार और प्रभावशाली हिंदू चेहरा माना जाता है।
भाजपा से निष्कासन से लेकर अकाली दल तक का सफर
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35 साल तक भाजपा में सक्रिय रहे अनिल जोशी को
10 जुलाई 2021 को किसान मुद्दे उठाने पर छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया था। -
इसके बाद उन्होंने 20 अगस्त 2021 को शिरोमणि अकाली दल (SAD) ज्वाइन किया।
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2022 विधानसभा चुनाव में उन्होंने अकाली दल के टिकट पर तकड़ी निशान से चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।
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2024 लोकसभा चुनाव में भी शिअद ने उन्हें उम्मीदवार बनाया, मगर वे चौथे स्थान पर रहे।
अब कांग्रेस में एंट्री तय?
अकाली दल छोड़ने के बाद से ही अनिल जोशी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन वे लगातार इनसे इनकार करते रहे। लेकिन राहुल गांधी से मुलाकात के बाद अब तस्वीर साफ होती नजर आ रही है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जोशी की कांग्रेस में एंट्री किसी भी वक्त हो सकती है, जिसकी औपचारिक घोषणा जल्द संभव है।