पंजाब में सुशासन और जनहित को प्रशासन की धुरी बनाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने ऑल इंडिया एवं केंद्रीय सेवाओं के अधिकारियों से अपील की है कि वे अपने प्रशासनिक अधिकारों और निर्णयों का उपयोग केवल और केवल आम आदमी की भलाई के लिए करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन का असली मूल्यांकन फाइलों और आंकड़ों से नहीं, बल्कि इस बात से होता है कि सरकार के फैसलों से नागरिकों के जीवन में कितना सकारात्मक बदलाव आया है।
महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (मगसीपा), चंडीगढ़ में विशेष फाउंडेशन कोर्स (Special Foundation Course – SFC) के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 32 प्रशिक्षु अधिकारियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रशासन में संवेदनशीलता, जवाबदेही और जनसेवा की भावना को सर्वोपरि बताया।
“पद नहीं, जिम्मेदारी सबसे बड़ी होती है” : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी प्रशासनिक पद के साथ अधिकार तो आते ही हैं, लेकिन उससे कहीं बड़ी जिम्मेदारी जनता के प्रति होती है। उन्होंने कहा कि एक सच्चे अधिकारी की पहचान वही होती है, जो अपनी कुर्सी को सेवा का माध्यम बनाए, न कि सत्ता का।
उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने करियर के शुरुआती दौर से ही यह सिद्धांत अपना लें कि हर निर्णय का अंतिम उद्देश्य आम नागरिक को राहत देना और उसके जीवन को बेहतर बनाना होना चाहिए।
मगसीपा को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान, मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मगसीपा को देश की शीर्ष पांच राज्य प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थाओं में स्थान पाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि पंजाब सरकार की पेशेवर सोच, संस्थागत मजबूती और जवाबदेह प्रशासन का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहली बार लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकादमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA), मसूरी के सहयोग से मगसीपा में विशेष फाउंडेशन कोर्स आयोजित किया जा रहा है। आमतौर पर ऐसे कोर्स राष्ट्रीय स्तर की अकादमियों में आयोजित होते हैं, लेकिन मगसीपा की मजबूत बुनियादी संरचना, अनुभवी फैकल्टी और आधुनिक प्रशिक्षण पद्धति को देखते हुए इसे चुना गया है।
देश की विविध सेवाओं के अधिकारी ले रहे हैं प्रशिक्षण
इस विशेष फाउंडेशन कोर्स में वर्ष 2021 बैच के विभिन्न केंद्रीय व ऑल इंडिया सेवाओं के अधिकारी शामिल हैं, जिनमें—
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भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
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भारतीय वन सेवा (IFS)
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भारतीय राजस्व सेवा – आयकर एवं कस्टम
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भारतीय डाक सेवा
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भारतीय सूचना सेवा
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भारतीय सिविल लेखा सेवा
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भारतीय पी एंड टी वित्त सेवा
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भारतीय व्यापार सेवा
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भारतीय कॉर्पोरेट लॉ सेवा
के अधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोर्स केवल अकादमिक ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें फील्ड विजिट, व्यावहारिक अनुभव, नीति निर्माण और जनसंवाद से जुड़े सत्र भी शामिल हैं, जो अधिकारियों को ज़मीनी हकीकत से जोड़ते हैं।
चंडीगढ़ और पंजाब की संस्कृति से रूबरू होंगे प्रशिक्षु अधिकारी
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अधिकारियों का पंजाब में स्वागत करते हुए कहा कि चंडीगढ़ विभिन्न संस्कृतियों का संगम है, जहां पंजाबियत की आत्मा पूरी मजबूती से झलकती है। उन्होंने विश्वास जताया कि अधिकारी यहां के गर्मजोशी भरे आतिथ्य, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक मूल्यों से बहुत कुछ सीखेंगे।
उन्होंने कहा कि पंजाब संतों, पीरों, गुरुओं और शहीदों की धरती है, जहां सेवा, त्याग और न्याय की परंपरा सदियों से चली आ रही है। प्रशिक्षु अधिकारियों को इस ऐतिहासिक और पवित्र भूमि से सीख लेकर अपने प्रशासनिक जीवन में इन मूल्यों को अपनाना चाहिए।
पंजाब की ‘शिक्षा क्रांति’ बनी सुशासन की मजबूत नींव
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बताया कि वर्ष 2022 में सत्ता संभालने के बाद उनकी सरकार ने शिक्षा को सबसे बड़ी प्राथमिकता बनाई है। ‘शिक्षा क्रांति’ के तहत न केवल सरकारी स्कूलों का कायाकल्प किया गया, बल्कि शिक्षकों और कर्मचारियों के निरंतर प्रशिक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया गया।
उन्होंने कहा कि एक सक्षम और प्रशिक्षित कर्मचारी ही जनता को बेहतर सेवाएं दे सकता है। इसी सोच के तहत मगसीपा को प्रशासनिक प्रशिक्षण का एक सशक्त केंद्र बनाया गया है।
50 हजार से अधिक कर्मचारियों को मिला प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि बीते साढ़े तीन वर्षों में मगसीपा द्वारा करीब 1500 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिनके माध्यम से 50,000 से अधिक सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रशासन, शासन और नीति निर्माण से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया।
इसके अलावा मगसीपा ने प्रशिक्षण, अनुसंधान और ज्ञान-विनिमय के लिए 33 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) भी किए हैं।
कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन से मिली सर्वोच्च 3-स्टार रेटिंग
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गर्व के साथ बताया कि मगसीपा को भारत सरकार के कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन (CBC) द्वारा 3-स्टार (बहुत अच्छा) रेटिंग प्रदान की गई है, जो देशभर की राज्य प्रशिक्षण संस्थाओं में सर्वोच्च है। यह उपलब्धि पंजाब के प्रशासनिक सुधारों की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
पंजाब का ऐतिहासिक योगदान, अधिकारियों को याद दिलाई विरासत
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पंजाब के ऐतिहासिक योगदान से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पंजाब ने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश की सीमाओं की रक्षा, हरित क्रांति और राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि विभाजन, युद्ध और कई कठिन दौर देखने के बावजूद पंजाब ने कभी हार नहीं मानी और हर क्षेत्र में आगे बढ़ता रहा। आज भी पंजाबी अपनी मेहनत, सहनशीलता और समर्पण के बल पर दुनिया भर में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
“कलम का उपयोग जनहित में करें” : मुख्यमंत्री की सलाह
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अधिकारियों से अपील की कि वे अपने प्रशासनिक निर्णयों और अधिकारों का उपयोग सोच-समझकर करें। उन्होंने कहा कि एक अधिकारी की कलम से निकला आदेश किसी के जीवन को संवार भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है, इसलिए हर निर्णय में मानवीय दृष्टिकोण होना चाहिए।
प्रशिक्षु अधिकारियों ने की पंजाब सरकार की खुलकर सराहना
इस संवाद के दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों ने पंजाब सरकार की कई पहलों की सराहना की। उन्होंने—
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शानदार शहरी नियोजन और सड़क बुनियादी ढांचे
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शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए सुधार
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फूड प्रोसेसिंग जैसे उभरते क्षेत्रों में प्रगति
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गांवों के समग्र विकास मॉडल
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खेल मैदानों के निर्माण और खेलों को बढ़ावा
को राज्य की बड़ी उपलब्धियां बताया।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व, सरल स्वभाव और गर्मजोशी भरे आतिथ्य की भी प्रशंसा की। उनका कहना था कि इन दूरदर्शी नीतियों के कारण पंजाब आज देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो रहा है।










