जालंधर शहर में शुक्रवार शाम शुरू हुआ “आई लव मुहम्मद” विवाद अब गरमाता जा रहा है। इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने श्रीराम (कंपनी बाग) चौक पर धरना दिया और जोरदार प्रदर्शन किया। धरने में शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सड़क पर तंबू लगाकर बैठते हुए लगातार हनुमान चालीसा का पाठ किया।
हिंदू नेताओं ने प्रशासन को साफ चेतावनी दी कि अगर दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा। फिलहाल धरना स्थल पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है। इस प्रदर्शन में भाजपा नेता शीतल अंगुराल समेत कई अन्य प्रमुख चेहरे भी शामिल हुए।
क्या है पूरा मामला?
यह विवाद शुक्रवार शाम प्रेस क्लब के पास उस वक्त भड़क उठा जब ऑल इंडिया उलेमा के सदस्य कमिश्नर कार्यालय को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे।
इसी दौरान, स्कूटर सवार युवक योगेश ने वहां भीड़ में “अल्लाहु अकबर” का नारा सुना और इसके जवाब में “जय श्री राम” का नारा लगा दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी और झगड़ा हो गया।
योगेश का आरोप है कि मुस्लिम युवकों ने उसका स्कूटर रोक लिया, उसे घेरकर धक्का-मुक्की की और पीटा। इतना ही नहीं, उस पर जबरन “अल्लाहु अकबर” का नारा लगाने का दबाव बनाया गया। विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई।
हिंदू संगठनों का गुस्सा
घटना की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने पहले प्रेस क्लब चौक और फिर बी.एम.सी. चौक को जाम कर दिया, जिससे देर शाम तक जालंधर में तनाव का माहौल बना रहा।
बाद में पुलिस ने हिंदू पक्ष की मांग पर मुस्लिम युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसके बाद प्रदर्शन अस्थायी रूप से खत्म हुआ। हालांकि, हिंदू संगठनों ने साफ कहा कि अगर गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन दोबारा शुरू होगा।
मुस्लिम पक्ष का तर्क
वहीं, मुस्लिम पक्ष की ओर से ऑल इंडिया उलेमा के अध्यक्ष मोहम्मद अकबर अली ने इस मामले में सफाई दी। उनका कहना है कि वह केवल ज्ञापन सौंपने जा रहे थे और नारेबाजी से माहौल बिगड़ा।
उन्होंने मारपीट के आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि स्कूटर की चाबी लौटाई जा चुकी है। उनका आरोप है कि मामले को राजनीतिक रंग देकर अनावश्यक विवाद खड़ा किया जा रहा है।
फिलहाल स्थिति
जालंधर पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों पक्षों से पूछताछ जारी है। शहर में शांति बनाए रखने के लिए चौक-चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।