पंजाब के सेंट्रल हलके से आप विधायक रमन अरोड़ा के बहुचर्चित भ्रष्टाचार मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। जहां रमन अरोड़ा जेल में हैं, वहीं उनके बेटे राजन अरोड़ा को भी अब विजिलेंस जांच में घेरा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार विजिलेंस अधिकारियों ने राजन को करीब 35 सवालों वाला क्वैश्चनेयर सौंपा है जिसमें करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी, ट्रांजैक्शंस और रिश्तेदारों से जुड़ी कंपनियों का ब्योरा मांगा गया है।
📄 क्या है क्वैश्चनेयर में?
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जगदम्बे फैशन (ज्योति चौक), विधायक कार्यालय से सटी 5 दुकानें, और अन्य अचल संपत्तियों का विवरण मांगा गया।
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कपड़ों की फर्म की टर्नओवर, बैंक खातों में हुई करोड़ों की लेन-देन, और रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी गई संपत्तियों की जानकारी मांगी गई।
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साथ ही, यह भी स्पष्ट किया गया है कि राजन अरोड़ा को जवाब देने के लिए कुछ दिन का समय दिया गया है।
🧩 विजिलेंस की जांच की अहम कड़ी
सूत्रों की मानें तो विजिलेंस अधिकारियों को शक है कि विधायक रमन अरोड़ा, उनके बेटे राजन अरोड़ा और उनके समधी राजू मदान मिलकर एक बड़े भ्रष्टाचार नैक्सस को चला रहे थे।
इस नैक्सस के जरिए फर्जी नोटिस, दबाव, वसूली और रियल एस्टेट में अवैध निवेश के जरिए सैकड़ों करोड़ की संपत्तियां बनाई गईं।
⚖️ कानूनी स्थिति:
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विधायक रमन अरोड़ा पर पहले ही चार्जशीट फाइल हो चुकी है।
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बेटा राजन अरोड़ा को हाईकोर्ट से अंतरिम ज़मानत मिल चुकी है, लेकिन विजिलेंस इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन करने के आदेश के तहत वह अब जांच में शामिल हो गया है।
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विजिलेंस डी.एस.पी. ने खुद पूछताछ की और क्वैश्चनेयर सौंपा।