रावी दरिया में लगातार बढ़ते पानी के स्तर ने गुरदासपुर जिले के कई इलाकों में संकट पैदा कर दिया है। जानकारी के अनुसार मकौड़ा पत्तन और दरिया के पार स्थित आधा दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट चुका है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने विधानसभा हलका दिनानगर में तीन राहत कैंप बनाए हैं। ये कैंप सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल झबकरा, सरकारी स्कूल मुराड़ा और सरकारी स्कूल बहरामपुर में स्थापित किए गए हैं।
एसडीएम दिनानगर जसपिंदर सिंह भुल्लर ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायज़ा लिया। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बादल फटने के बाद अचानक डेढ़ लाख (1,50,000) क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके चलते रावी दरिया में पानी का स्तर तेज़ी से बढ़ गया है।
एसडीएम ने कहा कि प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा के लिए मेडिकल टीमों और रेस्क्यू टीमों का गठन किया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए सभी साधन तैयार रखे गए हैं। अगर पानी का स्तर और बढ़ता है तो प्रभावित लोगों को तुरंत राहत शिविरों में शिफ्ट किया जाएगा।
रावी दरिया के किनारे बसे गुज्जर भाईचारे से जुड़े डेरों को भी खाली करवाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। एसडीएम ने लोगों से अपील की कि बिना ज़रूरत दरिया की ओर न जाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन पूरी तरह अलर्ट और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।