पंजाब के बिजली मंत्री संजीव अरोड़ा ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने 50 किलोवाट तक के लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए स्व-प्रमाणीकरण प्रणाली शुरू कर दी है। अब नए बिजली कनेक्शन या लोड परिवर्तन के लिए उपभोक्ताओं को किसी लाइसेंस प्राप्त इलेक्ट्रिकल ठेकेदार की टेस्ट रिपोर्ट जमा नहीं करनी होगी। इसके बजाय आवेदक को केवल यह ऑनलाइन घोषणा करनी होगी कि भवन की वायरिंग प्रमाणित ठेकेदार द्वारा जांची गई है और टेस्ट सर्टिफिकेट उसके पास उपलब्ध है।
अरोड़ा ने कहा कि इस कदम से कनेक्शन प्रक्रिया तेज़, पारदर्शी और उपभोक्ता-हितैषी बनेगी।
“यह निर्णय मुख्यमंत्री भगवंत मान के ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस’ और भरोसे पर आधारित शासन के विजन के अनुरूप है,” — अरोड़ा ने कहा।
⚡ 50 किलोवाट तक के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत
नई व्यवस्था एल.टी. (लो टेंशन) श्रेणी के उपभोक्ताओं पर लागू होगी। हालांकि, 50 किलोवाट से अधिक लोड या एच.टी./ई.एच.टी. कनेक्शनों के लिए टेस्ट रिपोर्ट और चीफ इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर (सीईआई) की निरीक्षण रिपोर्ट अनिवार्य रहेगी।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह सुधार प्रक्रिया में देरी को कम करेगा और बिजली कनेक्शन जारी करने में गति लाएगा।
👷 2,600 अप्रेंटिस की भर्ती, युवाओं को रोजगार और प्रशिक्षण का अवसर
संजीव अरोड़ा ने बताया कि लाइनमैन ट्रेड में 2,600 अप्रेंटिस (इंटर्न) की चयन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है — जिनमें से 2,500 पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PSPCL) और 100 पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PSTCL) के लिए चुने गए हैं।
उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 के बाद से अब तक कुल 8,984 नई भर्तियां की गई हैं, जो सरकार की रोजगार सृजन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
“यह अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम युवाओं को तकनीकी कौशल सिखाने के साथ बिजली क्षेत्र के लिए कुशल मानव संसाधन तैयार करेगा,” — अरोड़ा ने कहा।
उन्होंने बताया कि चयनित उम्मीदवारों को 52 सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें सुरक्षा, केबलिंग, फॉल्ट डिटेक्शन और ट्रांसफॉर्मर रखरखाव जैसे विषय शामिल होंगे। ट्रेनिंग पूरी करने वाले युवाओं को नेशनल अप्रेंटिसशिप काउंसिल (NAC) का सर्टिफिकेट मिलेगा।








