पंजाब की मान सरकार ने पंजाब वासियों को एक और तोहफ़ा प्रदान किया है, जिसाके ईज़ी रजिस्ट्री का नाम दिया गया है, इस से तहसील परिसरों में होने वाले भ्रष्टाचार पर नकेल कसी ज़ाएगी। इस मुहिम की शुरूआत आज़ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा मोहाली से की गई है जिस दौरान पार्टी के सुप्रीमो व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केज़रीवाल भी उनके साथ मौजूद रहे।
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है और आज से रजिस्ट्रेशन आसान हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री कराने वाले लोग पोर्टल पर जाकर अपने ड्राफ्ट डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें कलेक्टर रेट या खसरा नंबर जो भी होगा, सब आएगा। 48 घंटे के भीतर सब-रजिस्टरार इस पर एतराज कर सकते हैं। यदि इस अवधि में कोई एतराज न प्राप्त हुआ तो रजिस्ट्री को वैध माना जाएगा। यदि कोई आपत्ति होगी तो वह तुरंत व्हाट्सएप पर संबंधित व्यक्ति तक पहुंच जाएगी। उन्हें अपनी आपत्तियां स्पष्ट करने का अवसर दिया जाएगा। इसके बाद किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। लोग सेवा केंद्र पर जाकर भी रजिस्ट्री लिखवा सकते हैं। इसकी फीस 550 रुपए है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरूआत में यह पता नहीं था कि रजिस्ट्री कहां लिखवाएंगे। यह सब अब खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को व्हाट्सएप पर सभी संदेश मिलते रहेंगे। उन्होंने मोहाली में यह काम शुरू कर दिया है और अगले 2-3 महीने में यह काम पूरे पंजाब में शुरू हो जाएगा। लोग जिले की किसी भी तहसील या उप-तहसील में जाकर रजिस्ट्री करवा सकते हैं। यदि कोई गलत रजिस्ट्री हुई तो उसके लिए डिप्टी कमिश्नर जिम्मेदार होगा। इसलिए रिश्वत तो नहीं ली जाएगी, लेकिन जो फीस तय की गई है, वही ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त पंजाब की गारंटी दी थी और आज उन्होंने उस दिशा में पहला सीढी चढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की नीयत साफ है और पंजाबियों से किया गया हर वादा पूरा किया जाएगा।