पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बेंगलुरु में उद्योग जगत के प्रमुख नेताओं से मुलाकात करते हुए दावा किया कि दुनिया भर की नामी कंपनियां आज पंजाब में निवेश के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने पंजाब को “उद्योगों के लिए सर्वश्रेष्ठ गंतव्य” बताते हुए निवेशकों को आमंत्रित किया और राज्य की विकासशील औद्योगिक नीतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
✅ निवेशकों को दिया आमंत्रण, पंजाब को बताया ‘अपार संभावनाओं की भूमि’
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से कहा कि पंजाब में शांति, भाईचारा और सद्भाव का वातावरण निवेश के लिए उपयुक्त माहौल प्रदान करता है। उन्होंने राज्य को तेजी से उभरते औद्योगिक केंद्र के रूप में प्रस्तुत करते हुए निवेशकों को अधिक लाभ और सुरक्षित भविष्य का भरोसा दिया।
✅ निर्बाध बिजली और मजबूत बुनियादी ढांचा
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार आवासीय, व्यावसायिक और कृषि क्षेत्रों को अबाध बिजली उपलब्ध करा रही है। कुशल मानव संसाधन, इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश-अनुकूल माहौल पंजाब को अग्रणी बनाते हैं।
✅ “प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन” का न्योता
मुख्यमंत्री ने उद्योग जगत के नेताओं को ‘प्रोग्रेसिव पंजाब इन्वेस्टर summit’ (13-15 मार्च 2026, मोहाली) में शामिल होने का निमंत्रण दिया। उन्होंने इसे सहयोग और बिजनेस नेटवर्किंग का उत्कृष्ट मंच बताया।
✅ 1.23 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 4.7 लाख नौकरियों की उम्मीद
मार्च 2022 के बाद से पंजाब को 1.23 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। नेस्ले, कारगिल, क्लास, डैनोन सहित कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां पहले से पंजाब में संचालन कर रही हैं।
✅ फास्टट्रैक पोर्टल और राइट टू बिजनेस एक्ट से निवेशकों को राहत
मुख्यमंत्री ने बताया कि “फास्टट्रैक पंजाब पोर्टल” के माध्यम से 150 से अधिक G2B सेवाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं। 125 करोड़ तक के प्रोजेक्ट्स को सिर्फ 5 दिनों में मंजूरी देने की व्यवस्था लागू है।
✅ नई औद्योगिक नीति और सेक्ट्रल कमेटियों की स्थापना
राज्य सरकार उद्योग जगत के सुझावों के आधार पर नीतियां तैयार कर रही है। नई औद्योगिक नीति के अनुसार 24 सेक्टरों के लिए अलग-अलग कमेटियां बनाई गई हैं।
✅ इलेक्ट्रॉनिक्स व डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में पंजाब की नई छलांग
मुख्यमंत्री ने IESA और SIDM के सदस्यों को इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण से जुड़े अवसरों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने मोहाली के अकादमिक और शोध संसाधनों का उपयोग करने की बात कही।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।