पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों से आह्वान किया कि वे युवाओं को पंजाब की गौरवशाली विरासत से जोड़ने में अग्रणी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल पेशेवर नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माता होते हैं, जिनकी मेहनत विद्यार्थियों के भविष्य को आकार देती है।
📌 शिक्षकों का सम्मान और योगदान
श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रतिभाशाली एवं होनहार शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने कहा –
“एक शिक्षक विद्यार्थी के दिमाग को उसी तरह ढालता है, जैसे एक मूर्तिकार पत्थर को आकार देता है।”
उन्होंने शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें सम्मानित करना राष्ट्र निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करना है।
📌 पंजाब में शिक्षा सुधार की झलक
मुख्यमंत्री मान ने बताया कि:
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71 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार प्रदान किया गया।
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234 प्रिंसिपलों और शिक्षा अधिकारियों ने सिंगापुर में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
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152 मुख्य शिक्षकों ने IIM अहमदाबाद में एडवांस्ड कोचिंग ली।
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144 शिक्षकों ने फिनलैंड की तुर्कू यूनिवर्सिटी में विशेष शिक्षा हासिल की।
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1920 कैंपस मैनेजर नियुक्त किए गए ताकि शिक्षक पढ़ाई पर ही ध्यान केंद्रित कर सकें।
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2022 में “शिक्षा क्रांति” की शुरुआत हुई।
उन्होंने कहा कि अब तक राज्य में 118 स्कूल ऑफ एमीनेन्स स्थापित किए जा चुके हैं, जिन पर 231.74 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। ये स्कूल गरीब छात्रों के लिए सुनहरे भविष्य की ओर मजबूत कदम हैं।
📌 विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं और उपलब्धियां
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सभी बच्चों को मुफ्त वर्दियां उपलब्ध कराई जा रही हैं।
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लड़कियों के लिए मुफ्त स्कूल बस सेवा शुरू की गई है।
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विद्यार्थियों को JEE, NEET, CLAT, NIFT और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग दी जा रही है।
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265 विद्यार्थियों ने JEE मेन्स, 44 ने JEE एडवांस्ड और 848 ने NEET में सफलता पाई है।
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स्कूल मेंटरशिप प्रोग्राम शुरू किया गया है जिसमें सिविल अधिकारी छात्रों को मार्गदर्शन दे रहे हैं।
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25 लाख से अधिक माता-पिता ने पीटीएम (PTM) में भाग लिया है।
📌 बाढ़ के दौरान शिक्षकों की सराहना
मान ने हाल ही में आई बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें 3200 स्कूल और 19 कॉलेज बर्बाद हो गए, लेकिन शिक्षकों ने संकट की घड़ी में भी साहस और सेवा का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी मिसालें इतिहास में बहुत कम मिलती हैं।
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, कैबिनेट मंत्री, सांसद और अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद थे।








