पंजाब सरकार ने मानवता की सेवा में असाधारण योगदान देने वाले और शहीद भगत सिंह सेवा दल के संस्थापक पद्म श्री जतिंदर सिंह शंटी को पंजाब मानवाधिकार आयोग का नया सदस्य नियुक्त किया है। शंटी पिछले ढाई दशकों से लावारिस और जरूरतमंदों के सम्मानजनक अंतिम संस्कार, राहत कार्यों और जीवन रक्षक सेवाओं के लिए जाने जाते हैं।
जतिंदर शंटी अब तक 70,000 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं, जिनमें कोविड-19 महामारी के दौरान जान गंवाने वाले 4,200 से ज्यादा लोग भी शामिल हैं। उन्हें 2021 में भारत सरकार ने मानवता के प्रति उनके अनोखे योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया था। शंटी के कार्यों पर बनी डॉक्यूमेंट्री “एंजल्स फॉर द डेड” ने भी उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।
शंटी ने 100 से अधिक बार रक्तदान किया है और 200 से ज्यादा रक्तदान शिविर आयोजित किए हैं। उनके एनजीओ के जरिए मुफ्त एंबुलेंस सेवा, मोबाइल मोर्चरी, शव वाहन और अस्थि विसर्जन सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। उन्होंने निजी अस्पतालों द्वारा शव रोकने जैसी अवैध प्रथाओं के खिलाफ भी आवाज उठाई है।
गुजरात भूकंप, सुनामी, नेपाल भूकंप और केरल बाढ़ जैसी कई बड़ी आपदाओं में भी उन्होंने राहत और बचाव कार्य किए। उनकी नियुक्ति पंजाब के मानवाधिकार ढांचे को और मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।








