पंजाब के वित्त मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) के छात्रों पर केंद्र सरकार की ओर से हुए अत्याचारों की कड़ी निंदा की है।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह पंजाब और पंजाबियों के खिलाफ नफ़रत और उकसावे की राजनीति कर रही है और राज्य को एक बार फिर अशांति की आग में झोंकने की कोशिश कर रही है।
💬 “पंजाब पर हमला करने वालों को हमेशा मिला मुंहतोड़ जवाब” — हरपाल चीमा
धारदार शब्दों में चेतावनी देते हुए चीमा ने कहा कि इतिहास गवाह है, जब भी किसी ने पंजाब पर हमला करने की कोशिश की है, पंजाबियों ने हमेशा उसका डटकर जवाब दिया है।
उन्होंने पंजाब भाजपा नेताओं को चुनौती दी —
“वे पंजाब विश्वविद्यालय जाकर छात्रों से माफी मांगें और दिखाएं कि वे वास्तव में राज्य की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
⚖️ भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
वित्त मंत्री ने कहा कि भाजपा लगातार पंजाब के हितों, अधिकारों और भावनाओं पर हमला कर रही है।
उन्होंने तीन बड़े मुद्दों का ज़िक्र करते हुए कहा —
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तीन काले कृषि कानूनों को लागू कर किसानों को अपमानित किया गया।
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भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) में पंजाब के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाई गई।
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और अब पंजाब विश्वविद्यालय को निशाना बनाया जा रहा है।
चीमा ने कहा कि भाजपा का असली उद्देश्य राज्य में “खूनी खेल” दोबारा शुरू करना है, लेकिन आम आदमी पार्टी किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं होने देगी।
🧑🎓 पीयू छात्रों पर लाठीचार्ज को बताया शर्मनाक
चीमा ने छात्राओं पर पुलिस लाठीचार्ज, दस्तार (पगड़ी) की बेअदबी, और छात्राओं की चादरें फाड़े जाने की घटनाओं को अमानवीय और शर्मनाक बताया।
उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की आवाज़ को कुचलना चाहती है, लेकिन पंजाब का नौजवान चुप नहीं बैठेगा।
“पंजाब गुरुओं और पीरों की धरती है, यहां नफ़रत की राजनीति कभी नहीं चलेगी।”
🏛️ विश्वविद्यालय की स्वायत्तता बचाने की मांग
वित्त मंत्री ने कहा कि भाजपा ने पहले सीनेट खत्म करने की कोशिश की थी, लेकिन छात्रों और शिक्षाविदों के विरोध के बाद उसे पीछे हटना पड़ा।
अब दो साल से सीनेट चुनाव नहीं करवाए जा रहे, जिससे भाजपा का “वोट चोरी फॉर्मूला” लागू करने का इरादा साफ झलकता है।
उन्होंने तुरंत सीनेट चुनाव करवाने की मांग की और कहा कि लोकतंत्र की आवाज़ को दबाने की कोशिशें असफल रहेंगी।
🇮🇳 “देश के लिए बलिदान देने वाले पंजाबियों को न भूलें”
हरपाल चीमा ने कहा कि पंजाबियों ने हमेशा देश की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाई है —
चाहे वह 1962, 1965, 1971 के युद्ध हों, या हाल की चुनौतियाँ, पंजाब ने हमेशा अपनी जान की बाज़ी लगाई है।
उन्होंने सवाल उठाया —
“क्या भाजपा अब उन पंजाबियों के बलिदान का बदला नफ़रत और अत्याचार से चुकाएगी?”
🤝 ‘आप’ का छात्रों को पूर्ण समर्थन
आम आदमी पार्टी ने पीयू छात्रों को अटूट समर्थन देने का ऐलान किया।
चीमा ने बताया कि ‘आप’ सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर और मलविंदर सिंह कंग पहले ही छात्रों से मिल चुके हैं और आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी भाजपा को न पंजाब विश्वविद्यालय, न पंजाब की शांति के साथ खिलवाड़ करने देगी।
🔥 खुली चुनौती
अंत में हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब भाजपा नेताओं से कहा —
“क्या आप आत्मसम्मान से काम लेकर पीयू के छात्रों के साथ खड़े होंगे, या सिर्फ अपने पदों को बचाने के लिए सिर झुकाए रहेंगे?”








