पंजाब को उद्योग और निवेश के क्षेत्र में मजबूत स्थिति दिलाने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज “फास्ट्रैक पंजाब पोर्टल” के दूसरे चरण की शुरुआत की। इस पोर्टल के माध्यम से अब 173 सेवाएं एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी, जिससे निवेशकों, उद्यमियों और उद्योगों को बिना किसी परेशानी के आवश्यक मंजूरियां मिलेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम उद्योगों को पंजाब में आकर्षित करने और मौजूदा व्यापारिक माहौल को और बेहतर बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एक ही छत के नीचे 173 सेवाएं—उद्योगों के लिए आसान होगी हर प्रक्रिया
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बताया कि फास्ट्रैक पंजाब पोर्टल के पहले चरण में 9 विभागों की 47 सेवाएं शामिल थी। अब, पोर्टल को अधिक प्रभावी एवं उद्योग-अनुकूल बनाते हुए इसे 173 सेवाओं तक विस्तारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस मंच के साथ पंजाब की औद्योगिक नीति “सिंगल विंडो विद सिंगल पैन सिस्टम” के चलते पूरी तरह आधुनिक रूप ले चुकी है।
“एक कलम छड़ी से ज्यादा ताकत रखती है, क्योंकि यह सही फैसले लेने और उद्योगों के सपनों को साकार करने का रास्ता खोलती है।” – CM भगवंत मान
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यह भी कहा कि डीम्ड अप्रूवल सिस्टम लागू किया गया है, जो जरूरत पड़ने पर निर्धारित समय सीमा पार होने पर उद्योगों की मंजूरी स्वतः प्रदान करेगा।
उद्योगों के पलायन पर विराम—1.40 लाख करोड़ का नया निवेश आया
पंजाब में बेहतर व्यापारिक वातावरण तैयार करने के प्रयासों पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि:
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अब तक 1.40 लाख करोड़ रुपये का नया निवेश प्रदेश में आकर्षित हुआ है
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इससे करीब 5 लाख लोगों को रोजगार मिला है
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प्रदेश से उद्योगों का पलायन पूरी तरह रुक चुका है
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धियां इस बात का प्रमाण हैं कि पंजाब अब निवेशकों का भरोसेमंद और सुरक्षित गंतव्य बन चुका है।
युवाओं को नौकरी ढूंढने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने पंजाब के युवाओं को उद्यमिता की ओर बढ़ने की प्रेरणा देते हुए कहा कि राज्य सरकार स्टार्टअप्स और नए उद्यमियों को वित्तीय सहायता, आसान ऋण सुविधाएं और तकनीकी सहयोग दे रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की शिक्षा प्रणाली को भी आधुनिक बनाया जा रहा है ताकि बच्चों में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और व्यावहारिक सोच विकसित हो सके।
किसान और व्यापारी—दोनों प्रदेश के “अन्नदाता”
मुख्यमंत्री ने व्यापारियों और उद्योगपतियों को किसानों के बाद दूसरा “अन्नदाता” बताया।
उन्होंने कहा:
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हालिया बाढ़ में 5 लाख एकड़ फसल का नुकसान हुआ
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इसके बावजूद पंजाब ने केंद्रीय पूल में 150 लाख मीट्रिक टन चावल का रिकॉर्ड योगदान दिया
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लोगों की मेहनत, साहस और सेवा भावना पंजाब की पहचान है
उन्होंने कहा कि पंजाब की भूमि ऐसी है जहां कोई भूखा नहीं सोता—यह राज्य की “सेवा संस्कृति” का अनमोल उदाहरण है।
व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नए सुधार—Right to Business Rule 2025 लागू
मुख्यमंत्री ने औद्योगिक प्रक्रिया को तेज करने के लिए नए नियमों के लागू होने की जानकारी दी।
Right to Business (Amendment) Rules 2025 के तहत अब ये मंजूरियां सिंगल विंडो सिस्टम में शामिल होंगी:
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फैक्ट्री लाइसेंस
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बायोमेडिकल वेस्ट एक्ट के तहत पंजीकरण
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स्थापना और संचालन के लिए सहमति
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प्रिंसिपल एम्प्लॉयर रजिस्ट्रेशन
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बिल्डिंग स्टेबिलिटी सर्टिफिकेट
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गैर-वन भूमि के लिए NOC
यह सभी अनुमतियां अब स्व-घोषणा (Self-Declaration) प्रक्रिया से सरल हो गई हैं और पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
निर्धारित समय में मंजूरी न मिलने पर ऑटोमैटिक डीम्ड अप्रूवल
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई मामलों में देरी उद्योग विकास की सबसे बड़ी बाधा थी। लेकिन अब:
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सक्षम प्राधिकारी समय सीमा पार करता है → मंजूरी अपने आप मिल जाएगी
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125 करोड़ तक के निवेश वाली इकाइयों को सिर्फ 3 दिन में सैद्धांतिक मंजूरी
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45 दिनों में अंतिम स्वीकृति
इसके साथ ही विज़न 2030 के तहत:
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WhatsApp हेल्पलाइन
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AI चैटबॉट
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कॉल सेंटर
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फायर NOC की सरल प्रक्रिया
भी उपलब्ध कराई गई हैं।
ग्लोबल निवेशकों की पहली पसंद बना पंजाब
सीएम मान ने बताया कि पंजाब में निवेश करने वाले प्रमुख देशों में शामिल हैं—
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जापान
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जर्मनी
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अमेरिका
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ब्रिटेन
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दुबई
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सिंगापुर
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स्पेन
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दक्षिण कोरिया
उन्होंने कहा कि पारदर्शी व्यवस्था, उद्योग-अनुकूल नीतियों और आसानी से उपलब्ध मंजूरियों की वजह से पंजाब ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी उच्च रैंक हासिल की है।
पंजाब के औद्योगिक भविष्य को आकार देने के लिए 24 सेक्टर-विशिष्ट कमेटियाँ
सरकार ने उद्योग जगत के साथ मिलकर काम करने के लिए 24 विभिन्न सेक्टरों की विशेषज्ञ समितियाँ बनाई हैं, जो—
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उद्योग विकास की रणनीति तैयार करेंगी
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निवेश बढ़ाने में सहयोग करेंगी
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पंजाब को प्रतिस्पर्धी और आधुनिक औद्योगिक हब बनाएंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब इस समय एक निर्णायक मोड़ पर खड़ा है और उद्योग इस सफर के सबसे बड़े पार्टनर हैं।










