लुधियाना से एक बड़ी कारोबारी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। शहर के जाने-माने व्यापारी राकेश गोयल, जो गोयल इलेक्ट्रिक कंपनी के मालिक हैं, ने अपने दामाद दीपांशु अग्रवाल समेत चार लोगों पर करोड़ों रुपये की हेराफेरी का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
🔍 पूरा मामला:
मिलर गंज निवासी व्यापारी राकेश गोयल ने डिवीजन नंबर 6 थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि उनके दामाद दीपांशु अग्रवाल ने उनके कारोबार से करीब ₹5 करोड़ की हेराफेरी की है।
शिकायत के अनुसार, जुलाई 2025 में जब GST विभाग की टीम ने गोयल इलेक्ट्रिक कंपनी पर छापेमारी की, उस वक्त उनका बेटा दफ्तर से बाहर था। इसी दौरान दीपांशु ने मौके का फायदा उठाकर कंपनी के स्टॉक पर नियंत्रण कर लिया और बिजली के महंगे सामान को नकद में बेचकर पैसे खुद रख लिए।
धीरे-धीरे कंपनी का स्टॉक घटता गया, कई चालान और बिल भी गायब पाए गए। राकेश गोयल को शक हुआ तो उन्होंने स्टॉक और बिक्री के रिकॉर्ड की जांच करवाई, जिसमें करोड़ों रुपये की गड़बड़ी सामने आई।
⚠️ फर्जी फर्म के ज़रिए चला रहा था अवैध कारोबार:
जांच में खुलासा हुआ कि दीपांशु ने प्रताप सिंह वाला इलाके में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम पर एक फर्जी फर्म बनाई थी। इसी फर्म के ज़रिए वह गोयल इलेक्ट्रिक के ग्राहकों को चोरी किया हुआ सामान फिर से बेच रहा था।
राकेश गोयल के मुताबिक, दीपांशु की अचानक आलीशान जीवनशैली, महंगी गाड़ियां और संपत्तियों में निवेश इसी हेराफेरी का परिणाम हैं।
📁 डिजिटल सबूत मिले:
राकेश गोयल ने पुलिस को कई डिजिटल सबूत, वॉयस रिकॉर्डिंग्स और चैट्स सौंपी हैं, जिनमें दीपांशु और कुछ व्यापारियों के बीच चोरी के माल की खरीद-फरोख्त की बातचीत दर्ज है।
👮 पुलिस जांच जारी:
इस मामले में पुलिस ने दीपांशु अग्रवाल, आकाश मल्होत्रा, अमिता अग्रवाल और भव्या गोयल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 316(4), 305 और 61(2) के तहत केस दर्ज किया है।
SHO सब-इंस्पेक्टर बलवंत सिंह ने बताया कि संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। साथ ही उनके बैंक खातों, संपत्तियों और लेन-देन की जांच की जा रही है।
💬 पुलिस अधिकारी का बयान:
“शिकायत के साथ पर्याप्त डिजिटल साक्ष्य मिले हैं। प्रारंभिक जांच में आर्थिक धोखाधड़ी की पुष्टि होती है। आगे की कार्रवाई सबूतों के आधार पर की जाएगी।”
— बलवंत सिंह, SHO, थाना डिवीजन नंबर 6, लुधियाना








