राजकोट में आयोजित किसान महापंचायत में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि “किसानों पर हो रहे अत्याचार भाजपा के राजनीतिक ताबूत की आख़िरी कील साबित होंगे।”
उन्होंने कहा कि देश के मेहनतकश किसान भाजपा की तानाशाही और किसान-विरोधी नीतियों से तंग आ चुके हैं और अब जनता उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी।
🔹 मान बोले – भाजपा के ‘अच्छे दिन’ छलावा साबित हुए
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा नेताओं ने किसानों की समस्याओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
उन्होंने कहा —
“भाजपा के ‘अच्छे दिन’ सिर्फ़ एक छलावा हैं, पर अब देश में बहुत जल्द ‘सच्चे दिन’ आएंगे, जब जनता इन घमंडी नेताओं को सबक सिखाएगी।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब देश का एकमात्र राज्य है जो राष्ट्रीय खाद्य पूल में 180 लाख मीट्रिक टन धान और 150 लाख मीट्रिक टन गेहूं का योगदान देता है।
फिर भी भाजपा किसानों के हक़ छीनने में लगी हुई है।
🔹 केजरीवाल ने गुजरात सरकार पर साधा निशाना
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमि पर भाजपा द्वारा किसानों पर किया गया अन्याय पूरे देश के लिए शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने असमय वर्षा से तबाह फसलों के लिए किसानों को मुआवज़ा तक नहीं दिया, जबकि पंजाब सरकार ने सिर्फ़ एक महीने में किसानों को राहत चेक जारी कर दिए।
“आम आदमी पार्टी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और अन्याय के ख़िलाफ़ यह लड़ाई जारी रखेगी।” — अरविंद केजरीवाल
🔹 पंजाब मॉडल बना उदाहरण
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों को प्रति एकड़ ₹20,000 मुआवज़ा दे रही है, जो देश में सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ़ अपने चहेते उद्योगपतियों के हित में काम कर रही है और आम किसान को लगातार नुकसान झेलना पड़ रहा है।
🔹 “देश को चाहिए किसानों की सरकार, न कि कारपोरेट की”
मान ने कहा कि भाजपा सरकार देश की संपत्तियाँ अपने करीबी पूँजीपतियों को औने-पौने दामों में बेच रही है।
उन्होंने कहा —
“किसान इस देश की रीढ़ की हड्डी हैं, लेकिन भाजपा सरकार उन्हें अपमानित कर रही है। देश को ऐसी सरकार चाहिए जो आज़ादी के सेनानियों के सपनों को साकार कर सके।”








