गांव शहणा की पूर्व सरपंच मलकीत कौर के बेटे सुखविंदर सिंह उर्फ कलकत्ता की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पटियाला रेंज के डीआईजी कुलदीप सिंह चहल ने प्रेसवार्ता कर बताया कि बरनाला एसएसपी मोहम्मद सरफराज आलम और उनकी टीम ने हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए मुख्य आरोपी हरजिंदर सिंह उर्फ जिंदर, गुरदीप दास उर्फ दीपी बावा और तीसरे आरोपी जगविंदर सिंह उर्फ पपलू को गिरफ्तार कर लिया है।
वारदात और पुरानी रंजिश
जानकारी के मुताबिक, 4 अक्टूबर 2025 को शाम करीब 4 बजे शहणा बस अड्डे पर दुकान के अंदर बैठे सुखविंदर सिंह कलकत्ता को आरोपी हरजिंदर सिंह ने गोली मार दी थी।
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आरोपी गुरदीप दास मृतक के परिवार से पुरानी रंजिश रखता था। वर्ष 2018 में उसकी पत्नी सरपंच चुनाव में मलकीत कौर (मृतक की मां) से हार गई थी।
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मृतक ने उसके परिवार से पंचायती ज़मीन का कब्जा भी छुड़वाया था, जिसके चलते दुश्मनी और गहरी हो गई थी।
गिरफ्तारियां और बरामदगी
पुलिस ने तकनीकी और फोरेंसिक जांच के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
मुख्य आरोपी हरजिंदर सिंह से बरामद:
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एक अवैध पिस्तौल 30 बोर
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3 जिंदा कारतूस
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120 कारतूस
जांच में सामने आया कि यह हथियार 3 अक्टूबर को लुधियाना से लाया गया था। आरोपी जगविंदर सिंह उर्फ पपलू भी हरजिंदर सिंह के साथ हथियार लेने गया था, जिसे गिरफ्तार कर नामजद कर लिया गया।
हत्या का कारण और सोशल मीडिया वीडियो
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हरजिंदर सिंह पैसों की मांग को लेकर सुखविंदर सिंह पर दबाव बना रहा था। मृतक द्वारा फोन न उठाने पर उसने हत्या की साजिश रच डाली।
हत्या के बाद हरजिंदर सिंह ने सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो पोस्ट कर वारदात की जिम्मेदारी भी ली।
पुलिस का बयान
डीआईजी कुलदीप सिंह चहल ने कहा,
“तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वारदात में इस्तेमाल मोबाइल फोन की तलाश की जा रही है। बरामदगी के बाद फोरेंसिक जांच कर अन्य तथ्यों का भी खुलासा किया जाएगा।”
पुलिस ने साफ किया कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही यह अफवाहें गलत हैं कि मृतक ने अपना हथियार जमा कराया था। दरअसल, सुखविंदर सिंह कलकत्ता ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर मई 2025 में एनओसी लेकर बेच दी थी।