अकसर ही हम कहीं ज़ाते है तो किसी ना किसी चौंक या फिर चौराहे पर हमे भिखारी मिल ही ज़ाते है, जोकि कुछ सैकंड में इतना परेशान कर देते है कि लोग यह सोचने के लिए मजबूर हो जाते है कि यार मैं इस रास्ते से आया ही क्यों !
लेकिन अब पंजाब सरकार इन भिखारियों पर सख़्त होती हुई दिखाई दे रही है। जिसके चलते ही पंजाब में पहली भिखारी के खिलाफ FIR पंजाब के अमृत्सर शहर में हुई है, जहां पर पुलिस ने डीसी कार्यालय द्वारा जारी आदेशों के तहत रंजीत एवेन्यू पुलिस ने निर्मला नामक महिला के खिलाफ भीख मांगने का पहला मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, निर्मला नामक महिला सड़क पर वाहनों के पास जाकर अपने बच्चों को आगे धकेलकर भीख मांग रही थी। थाना प्रमुख रॉबिन हंस ने बताया कि डीसी कार्यालय से मिली लिखित शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि अगले चरण में इस बात की भी जांच की जाएगी कि ये भिखारी किस इलाके के हैं और बच्चे उनके हैं या नहीं।
गौरतलब है कि अमृतसर में यह पहली कार्रवाई है, लेकिन संदेश साफ है कि भीख मांगने की व्यवस्था के पीछे छिपे माफिया और फर्जी ढांचों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पंजाब सरकार का यह कदम न केवल कानूनी बल्कि सामाजिक सुधार की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।
Jalandhar में समाज़ सेवक राज़ीव दुग्गल ने की थी इस काम की पहल
आपको बतां दें कि बेशक की पहली FIR पंजाब के अमृत्सर शहर में हुई है लेकिन पंजाब के जालंधर शहर में भिखारियों को शहर से बाहर दौड़ाने की शुरूआत समाज़ सेवक और जालंधर Model Town मार्किट के प्रधान राज़ीव दुग़्गल ने इस काम की शुरूआत की थी, जिन्होंनें Model Town से भिखारियों को बाहर तो दौड़ाया ही था, साथ ही साथ कुछेक ऐसे भिखारियों को भी 100 की स्पीड पर दौड़ाया था जो नकली अपाहिज़ बन कर लोगों को बेवकूफ बनाने में लगे हुए थे।