सुखना लेक पर मंगलवार को ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने सभी को हैरान कर दिया। पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस के बीच आमने-सामने टकराव हो गया। मामला आम आदमी पार्टी (AAP) के 10 विधायकों की फर्जी मुहर और जाली हस्ताक्षरों से जुड़ा है, जिसके आरोप में पंजाब पुलिस नवनीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने पहुंची थी।
🔴 कैसे शुरू हुआ विवाद?
सूत्रों के मुताबिक, रूपनगर पुलिस टीम सिविल ड्रेस में नवनीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने सुकना लेक पहुंची। उस समय नवनीत चंडीगढ़ पुलिस की गाड़ी में मौजूद थे। पंजाब पुलिस के SP और DSP चंडीगढ़ में ही मौजूद थे और गिरफ्तारी की तैयारी में थे। लेकिन चंडीगढ़ पुलिस की सुरक्षा के चलते हालात तनावपूर्ण बन गए और दोनों राज्यों की पुलिस आमने-सामने खड़ी हो गई।
🔥 भिड़ंत का वीडियो वायरल
रूपनगर के SP और सेक्टर-3 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र पटियाल के बीच हुई बहस का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में इंस्पेक्टर पटियाल गाड़ी में बैठे नजर आते हैं और कहते हैं—
“मैं डरता नहीं किसी से!”
जिस पर SP ने प्रतिक्रिया दी—
“ऐसे ही बैठे रहो फिर गाड़ी में।”
इस बीच, SSP कंवरदीप कौर मौके पर पहुंचीं और नवनीत को हेडक्वार्टर लेकर चली गईं। उन्हें बाद में सेक्टर-3 थाने में रखा गया।
🧾 क्या हैं आरोप?
नवनीत चतुर्वेदी ने खुद को जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने:
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पंजाब के 10 विधायकों की मुहरें बनवाईं
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फर्जी हस्ताक्षर कर नामांकन दाखिल करने की कोशिश की
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दावा किया कि पंजाब के 69 विधायक उनके समर्थन में हैं
मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने के बाद संबंधित विधायकों ने शिकायत दर्ज करवाई।